यहां किसीको हस्ब ए आरज़ू न मिला
किसीको हम न मिले किसीको तू न मिला।
सुनाए गए किस्से जब जवानी के महफिल में
किसीको खुशी न मिली किसी को जुनूं न मिला।
अजब तमाशा हे के जिंदगी के मुहाने मे,
किसीको फुर्सत न मिली किसी को सुकूं न मिला।
Saifullah Khan Khalid
Shayari one of the best things mediavel indian literature gave us. Here I m presenting it to you one of the best collection of ghazals.
Comments
Post a Comment