Jo mere Saath Rehte huye bhi Gawaar Ho
जो मेरे साथ रहते हुए भी गंवार हो ।
ऐसे शख्स पे लानत भी बेशुमार हो ।।
अब आने में इतनी देर भी मत लगा ।
तू आ चुका हो तो भी तेरा इंतजार हो ।।
अब जो आ चुका हो तो थोड़ा ठहर जा ।
कोनसा तेरे चले जाने से कोई बीमार हो ।।
एक ज़बान लड़ाने की आदत को छोड़ कर ।
'खालिद' तुम आदमी तो शानदार हो ।।
- Saifullah Khan 'Khalid'
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