Sab kar lena
सब कर लेना लम्हे ज़ाया मत कर लेना,
गलत जगह जज्बे ज़ाया मत कर लेना।
इश्क तो नियत की सच्चाई देखता है,
खुदगर्ज पे मुहब्बत ज़ाया मत कर लेना।
मोहब्बत मेरे देश में भी मिलती है,
दूर देश कह के रिश्ते ज़ाया मत कर लेना।
- सैफुल्लाह खान खालिद
Shayari one of the best things mediavel indian literature gave us. Here I m presenting it to you one of the best collection of ghazals.
Comments
Post a Comment