Ab aage usse ye rishta rakha nahi jata

अब आगे उससे ये रिश्ता रखा नहीं जाता,
जिसके यहां मुझे अपना समझा नहीं जाता।

एक तो हिम्मत नहीं के साथ निभाए मेरा,
और मेरा साथ भी उससे छोड़ा नही जाता।

पास आता हूं तो कसमें नही बांधे जाते,
दूर जाता हूं तो तुझसे सहा नही जाता।

मेरे बिना तेरे चेहरे पे खुशियां छलकती है खूब,
इसलिए तुझे अपने साथ मुझसे रखा नही जाता।

- सैफुल्लाह खान खालिद

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