Munafiq (Hypocrite)
किसी की याद में ये अपनी सुबह शाम करते है,
ये लोगो को दिखाने खुदा का काम करते है।
ना परहेज है इन्हे ईमान और बेइमानी का,
ये काफिर को अपना रिश्तेदार सरेआम करते है।
उदास होते ही आ जाते है हिजाब में खुदा के सामने,
खुशी के वक्त बेपर्दा हो कर खुद को आजादी के नाम करते है,
यूं तो तरबियत के नाम पे सरकशी और बुतपरस्ती,
और गलत फैसलों को खुदा के नाम करते है।
'खालिद' शुक्र कर खुदा का, महफूज है इन मनहूस से,
वरना ऐसे बदचलन क्या पता कितनो को बदनाम करते है।
- सैफुल्लाह खान खालिद
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